IMD: चक्रवात ‘फेंगल’ को लेकर मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने यह चक्रवाती तूफान आज दोपहर पुडुचेरी के करीब पहुंच सकता है। इसके प्रभाव के कारण ही तटीय इलाकों में तेज बारिश के आसार बने हुए हैं। इसके साथ ही हवा 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। IMD के अनुसार, समुद्र में ऊंची लहरें उठने का भी अनुमान है। साथ ही संभावना जताते हुए यह भी कहा जा रहा है कि तमिलनाडु, दक्षिण आंध्र प्रदेश, केरल और आंतरिक कर्नाटक के कई हिस्सों में अधिक वर्षा की संभावना को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है।
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चक्रवात फेंगल के मद्देनजर एडवाइजरी जारी की गई जिसमें मछुआरों से समुद्र में ना जाने का आग्रह किया है। IMD के अनुसार चक्रवात फेंगल आज दोपहर तमिलनाडु के तट से टकराने की आशंका है। इससे प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में कामेश्वरम, वनमादेवी, वल्लापल्लम, ईरावायल और विरुंधमावडी शामिल है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए NDRF और SDRF की टीमें समय पर तैनात रहेंगी। इसके साथ ही लोगों को अपने घरों के अंदर रहने का आग्रह किया गया है। IMD के पूर्वानुमान में कहा गया कि चक्रवात फेंगल से तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में संभावित जलभराव हो सकता है। लोगों को सतर्क और सुरक्षा सलाह का पालन करने का आग्रह किया है।
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चक्रवतों को कैसे दिया जाता है नाम ?
‘फेंगल’ अरबी भाषा का एक शब्द है, जिसका मतलब ‘उदासीन’ होता है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO), एशिया और प्रशांत के लिए UNESCAP के नियमों का पालन करते हुए सऊदी अरब ने इस नाम का प्रस्ताव किया है। जब कई सारे चक्रवात एक साथ सक्रिय हो जाते हैं, तो बिना नाम के उन्हें स्पष्ट तौर पर समझने में परेशानी होती थी। WMO ने ट्रैकिंग, डिजास्टर और प्लानिंग मैनेजमेंट को सुव्यवस्थित करने के लिए चक्रवातों के नामकरण की एक प्रणाली शुरू की। इसके तहत ही उत्तरी हिंद महासागर में चक्रवातों का नाम क्षेत्र के संबंधित देशों द्वारा रखा जाता है।