Rajasthan: राजस्थान (Rajasthan) के कोटा से कथित तौर पर अपने अपहरण की झूठी कहानी रचने वाली 21 वर्षीय महिला और उसके दोस्त को पुलिस ने मंगलवार को इंदौर में पकड़ लिया। दोनों तकरीबन दो हफ्ते से ज्यादा समय से लापता थे और मध्य प्रदेश और राजस्थान की पुलिस उनकी तलाश कर रही थी।
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कोटा में हुआ था दाखिला लेकिन…
बता दें कि अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) राजेश दंडोतिया ने बताया कि हमने शहर में काव्या और उसके दोस्त हर्षित (21) का पता लगा लिया है। उन्होंने बताया कि दोनों ने यहां देवगुराड़िया इलाके में एक कमरा किराए पर लिया था। राजस्थान पुलिस के मुताबिक काव्या की मां ने पिछले साल पढ़ाई के लिए उसका दाखिला कोटा के एक हॉस्टल में कराया था लेकिन काव्या सिर्फ तीन दिन ही कोटा में रुकी थी। इसके बाद वो इंदौर चली गई।
अपहरण की झूठी कहानी
पिछले महीने मध्य प्रदेश के शिवपुरी निवासी काव्या के माता-पिता को उनकी बेटी की एक तस्वीर मिली जिसमें उसके हाथ और पैर बंधे हुए थे और 30 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई थी। इसके बाद उसके पिता ने कोटा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच में अपहरण की कहानी फर्जी पाई गई।
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विदेश जाने के लिए रचा खेल
अधिकारी ने कहा, काव्या और हर्षित विदेश जाना चाहते थे लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे, इसलिए उन्होंने कथित तौर पर फिरौती के लिए अपहरण की कहानी गढ़ी। जबकि काव्या ने अपने माता-पिता की तस्वीरें भेजकर यह दिखाने की कोशिश की कि उसे कोटा में कैद में रखा गया था, सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस को सुराग दिया कि वह और उसकी सहेली इंदौर में थीं। फिलहाल कोटा पुलिस जांच के बाद मामले में आगे की कार्रवाई करेगी।