Reserve Bank: रिजर्व बैंक (Reserve Bank) ने रेपो रेट में लगातार सातवीं बार नहीं किया बदलाव है। रिजर्व बैंक ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 6.5 प्रतिशत पर कायम रखा है। नए वित्त वर्ष में रिजर्व बैंक (Reserve Bank) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की पहली बैठक में ये फैसला लिया गया।
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जो लोग कम EMI का उम्मीद लगाकर बैठे थे उन्हें निराशा हाथ लगी है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार 4 अप्रैल को रेपो रेट में बदलाव किया है। उनका कहना था कि लोगों के घर, कार और अन्य ऋणों पर ब्याज दरों में फिलहाल कोई कमी नहीं की जाएगी।
आरबीआई (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक एमपीसी उदार रुख को वापस लेने के फैसले पर कायम है। आरबीआई (RBI) गवर्नर के मुताबिक एमपीसी ने 5:1 बहुमत से नीतिगत दर पर फैसला लिया। साथ ही उन्होंने कहा कि एमपीसी मुद्रास्फीति को आरबीआई (RBI) के चार प्रतिशत के लक्ष्य के अनुरूप करने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहेगी।
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RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वृहद आर्थिक और वित्तीय घटनाक्रमों के विकास और आउटलुक के विस्तार से आकलन के बाद रिजर्व बैंक एमपीसी ने 5:1 के बहुमत से रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का फैसला किया।नतीजतन, स्थायी जमा सुविधा यानी एसडीएफ दर 6.25 प्रतिशत पर बनी हुई है और सीमांत स्थायी सुविधा जो एमएसएफ है और बैंक दर 6.75 प्रतिशत पर बनी हुई है। एमपीसी ने छह में से पांच सदस्यों के बहुमत से समायोजन को वापस लेने पर फोकस करने का फैसला किया ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि मुद्रास्फीति क्रमिक रूप से विकास के साथ लक्ष्य के अनुरूप रहे।