water in space- अंतरिक्ष एक ऐसी जगह है जिसके बारे में लोग ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते हैं कि वहां की दुनिया ,हवा,पानी सब कुछ लोग देखना चाहते हैं.दुनिया की तमाम अंतरिक्ष एजेंसियां अक्सर हमें इनके रोमाचक किस्से बताती रहती रहती हैं. आपने देखा होगा कोई पानी हवा में छोड़ा जाए तो सीधे जमीन पर आकर गिरेगा .कभी आपने ये सोचा है कि अगर अंतरिक्ष में पानी गिराया जाए तो क्या होगा. आएये जानते हैं इस आर्टिकल में
अगर आप अंतरिक्ष में पानी डालते हैं, तो ये तुरंत भाप जाएगा. हो सकता है कि इसको आप लटकते हुए उबलते हुए देखें. ऐसा इसलिए है क्योंकि अंतरिक्ष एक निर्वात है, जिसमें कोई वायु दबाव नहीं है. जैसे-जैसे हवा का दबाव कम होता जाता है, अंतरिक्ष में तो पानी परम शून्य तापमान के करीब भी उबलता है.आपको बता दे कि अंतरिक्ष में कहीं जगह पर ठंडी है. वहां पर तुरंत पानी जम जाता हैं और कही पर तैरने भी लग जाता हैं .
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तैरने लगेगा पानी
कई धूमकेतुओं के बारे में कहा जाता है कि ये बर्फ से बने होते हैं और अंतरिक्ष में घूमते रहते हैं. कभी कभी घूमते घूमते ये गायब भी हो जाते हैं.आपको बता दे कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में जो अंतरिक्ष यात्री रहते हैं अगर उन्होंने गलती से पानी गिरा दिया तो ये तैरने लगता है. कई बार स्पेस स्टेशन के यात्रियों ने इसकी फोटो भी खींचकर भेजी है.
क्या है वजह
इसकी दो वजह हैं एक वजह ये है कि अंतरिक्ष में कोई हवा या माध्यम नहीं होता और दूसरा ये कि इसमें गुरुत्वाकर्षण नहीं होता. इसी वजह से अंतरिक्ष पर कही पानी तैरने लगता हैं तो कही जमने लगता हैं और कही पर उबलने लगता हैं .
पानी के जमने और उबलने का तापमान
पानी सामान्य दबाव पर 0 डिग्री सेल्सियम पर जमने लगता है. 80 डिग्री सेल्सियस पर उसमें उबलने की प्रक्रिया शुरू होती है. 100 डिग्री सेंटीग्रेड पर ये पूरी तरह उबलने लगता है.