Mehbooba Mufti: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि उनकी पार्टी विपक्षी गुट ‘इंडिया’ का समर्थन कर रही है क्योंकि वे धर्मनिरपेक्षता की रक्षा कर रही है।मुफ्ती ने एक इंटरव्यू के दौरान ये बात कही । वे आगे बोलती है कि हम गठबंधन पर विश्वास करते हैं। राहुल गांधी जो एक बड़े उद्देश्य के लिए लड़ रहे हैं। हमें इस देश की धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के लिए उनका समर्थन करने की जरूरत है। यही वजह है कि जम्मू कश्मीर विपक्षी गुट ‘इंडिया’ के साथ जुड़ा हुआ है।
आप देखिए, बीजेपी के निशाने पर पीडीपी और महबूबा मुफ्ती है। मेरी पार्टी को तोड़ दिया गया। हमारे लीडर को लेकर चलेंगे। किसी को ब्लैकमेल किया, किसी को लालच दिया। उसके बाद मुझे मेरे घर से बाहर निकाल दिया गया और ईडी ने बुलाया। यहां तक कि मेरी मां को भी ईडी ने बुलाया था। मेरा और मेरे परिवार के सदस्यों का पासपोर्ट छीन लिया गया। आज भी हमारे बिजबेहरा के कई वर्कर को बंद रखा गया है।उनकी निगाहें पीडीपी पर टिकी हैं। लोग हमारी पार्टी के नेताओं को तोड़ने की कोशिश आज भी करते हैं तो निशाने पर मैं ही हूं।”
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“देखिए, मैं इसमें क्या रियेक्ट करूं। लोग खुद ही रियेक्ट करते हैं। अगर आपको याद हो तो मुंबई में जो हमारी मीटिंग हुई इंडिया अलायंस की, मैंने वही कहा कि फारूक साहब हमारे सबसे ज्यादा सीनियर लीडर है और वो फैसला करेंगे कि जम्मू कश्मीर में हम किस तरह चुनाव लड़ेंगे और कौन कहां लड़ेगा। उसके बाद उन्होंने फैसला किया। मुझे पूछा नहीं, मुझे बताया नहीं। वजह, इसके की मुझे बुलाते और कहा होता कि एनसी संसद में बेहतर नेतृत्व कर सकती है और हमें (पीडीपी) चुनाव नहीं लड़ना चाहिए, तो हमने जम्मू कश्मीर के लोगों के व्यापक हित के लिए एकता के बारे में सोचा होता। लेकिन जिस तरह उमर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, घोषणाएं की और कहा कि पीडीपी कहीं नहीं है। पीडीपी खत्म हो चुकी है।
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उससे जो है हमारे वर्कर को धक्का लगा। तो मैं समझती हूं कि लोगों को खुद फैसला करना पड़ेगा कि पिछले पांच साल में कौन जम्मू कश्मीर में यहां के लोगों के, जेल में बंद कैदियों के बारे में बात करता रहा। संसद में एनसीपी के तीन मेंबर है। उनका क्या काम रहा पांच साल में। और आगे हमें क्या उसी को दोहराना है या ऐसे लोगों को भेजना हैं जो वहां जाकर बात करें।”
“हमारा मानना है कि जो इंडिया अलायंस है। खासकर राहुल गांधी जी जो इस वक्त बहुत बड़ी लड़ाई लड़े रहें हैं, उनका साथ देना बहुत जरूरी है। इस मुल्क का सेक्युलरिज्म बचाने के लिए, गंगा जमुना तहजीब बचाने के लिए।जिसकी वजह से जम्मू कश्मीर के लोगों ने इस मुल्क के साथ हाथ मिलाया था।”