सूरत कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर बोला हमला

प्रदीप कुमार – कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता आज रद्द कर दी गई। इस फैसले से पहले कांग्रेस समेत 14 विपक्षी दलों ने पहले संसद और फिर दिल्ली की सड़क पर प्रदर्शन किया। विपक्षी दलों ने विजय चौक तक मार्च निकाला। जो पोस्टर विपक्षी सांसदों ने लिए थे, उन पर लिखा था- लोकतंत्र खतरे में है। राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता गई तो प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि डरी हुई सत्ता की पूरी मशीनरी साम, दाम, दंड, भेद लगाकर राहुल गांधी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। मेरे भाई न कभी डरे हैं, न कभी डरेंगे। सच बोलते हुए जिये हैं, सच बोलते रहेंगे। देश के लोगों की आवाज उठाते रहेंगे। सच्चाई की ताकत और करोड़ों देशवासियों का प्यार उनके साथ है।

कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने कहा कि राहुल गांधी को सच बोलने की सजा मिल रही है।खड़गे ने कहा कि भाजपा ने राहुल को अयोग्य घोषित करने के लिए सभी तरीके आजमाए। जो सच बोल रहे हैं उन्हें वो पसंद नहीं करते, लेकिन हम सच बोलते रहेंगे। राहुल का बयान किसी समाज के संबंध में नहीं है, जो लोग पैसे लेकर भागे, जैसे ललित मोदी, नीरव मोदी और विजय माल्या वे क्या पिछड़े समाज से थे? कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि हम इस लड़ाई को कानूनी और राजनीतिक दोनों तरह से लड़ेंगे। हम भयभीत या चुप नहीं होंगे। जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में कहा कि PM से जुड़े अडानी महामेगा स्कैम में JPC के बजाय, राहुल गांधी अयोग्य हैं। भारतीय लोकतंत्र ओम शांति।

एक अन्य ट्वीट में जयराम रमेश ने कहा कि अडानी को लेकर 7 फरवरी को लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण के 9 दिन बाद, 16 फरवरी को उनके ख़िलाफ़ मानहानि का मामला शिकायतकर्ता द्वारा HC में अपना स्टे वापस लेने के कारण तेज़ हो जाता है। जयराम रमेश ने कहा कि 27 फरवरी को बहस 1 साल बाद फिर से शुरू हुई।।17 मार्च फैसला रिज़र्व।क्या ये महज संयोग है? बाद में जयराम रमेश ने कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला कांग्रेस महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि, “लोकतंत्र में आज काला दिवस है ! आज बोलने के अधिकार पर धब्बा है! वही कांग्रेस नेता और कानूनविद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सेक्शन 103 के तहत सदस्यता रद्द करने का फैसला राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए था।

वहां भी राष्ट्रपति पहले चुनाव आयोग से सुझाव लेते हैं, फिर कोई फैसला होता है, लेकिन इस प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि भारत माता का आशीर्वाद और भारत की जनता आपके साथ है. लोकतंत्र जीतेगा-तानाशाही हारेगी। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आप राहुल गांधी को डरा नहीं सकते,अडानी पर सवालों के जवाब तो देने ही होंगेराहुल गांधी को अयोग्य ठहराने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करना तानाशाही का एक और उदाहरण है। बीजेपी ये न भूले कि यही तरीका उन्होंने इन्दिरा गांधी के खिलाफ भी अपनाया था और मुंह की खानी पड़ी थी।

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राहुल गांधी देश की आवाज हैं, जो इस तानाशाही के खिलाफ अब और मजबूत होगी। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, अदालत के फैसले के 24 घंटे के भीतर इस कार्रवाई और इसकी तेजी से मैं स्तब्ध हूं। यह हमारे लोकतंत्र के लिए अशुभ संकेत है। वहीं दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये सब पीएम मोदी के निर्देश में हुआ है, हम जेल जाने को तैयार हैं, अडानी पर जेपीसी करवा के रहेंगे। वहीं कांग्रेस ने आधिकारिक ट्वीट हैंडल से ट्वीट कर कहा कि, राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई। वह आपके और इस देश के लिए लगातार सड़क से संसद तक लड़ रहे हैं, लोकतंत्र को बचाने की हर सम्भव कोशिश कर रहे हैं। हर षड्यंत्र के बावजूद वह यह लड़ाई हर कीमत पर जारी रखेंगे और इस मामले में न्यायसंगत कार्यवाही करेंगे। लड़ाई जारी है।

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