(प्रदीप कुमार ): टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश फॉर क्वेरी के आरोपों की जांच कर रही पार्लियामेंट्री कमेटी ने उनकी सांसदी खत्म करने की सिफारिश की है।एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने कहा है कि,”कमेटी ने सभी गंभीर आरोपों की विस्तृत जांच की है और रिपोर्ट तैयार की है।संविधान और कानून से ऊपर कोई नहीं है
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विनोद सोनकर,एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष एथिक्स कमेटी ने जो रिपोर्ट बनाई है, उसके पक्ष में 6 वोट पड़े हैं।कांग्रेस सांसद परनीत कौर ने रिपोर्ट को मंजूर करने के पक्ष में वोट किया है। परनीत पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं। कैप्टन अमरिंदर अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।रिपोर्ट्स के मुताबिक- 500 पन्नों की रिपोर्ट में कमेटी ने महुआ मोइत्रा के कार्यों को अत्यधिक आपत्तिजनक, अनैतिक, जघन्य और आपराधिक बताया। कमेटी ने TMC सांसद के लिए कड़ी सजा की मांग की है।वही लोकसभा स्पीकर से महुआ मोइत्रा की कैश फॉर क्वेरी मामले में शिकायत करने वाले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने अब दावा किया है कि महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपी की जांच अब CBI कर सकती है।निशिकांत दुबे ने सोशल प्लेटफार्म पर लिखा कि लोकपाल ने आज मेरे कम्प्लेन पर आरोपी सांसद महुआ जी के राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी रखकर भ्रष्टाचार करने पर CBI इन्क्वायरी का आदेश दिया है।
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वही निशिकांत दुबे की इस सोशल पोस्ट के बाद महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा कि- CBI पहले 13 हजार करोड़ रुपए के कोयला घोटाले में अडानी पर FIR करे।महुआ मोइत्रा ने आगे कहा कि क्या लोकपाल को सिर्फ मेरे केस के लिए जिंदा किया गया है। गंभीर सवाल यह है कि कितने पत्रकारों को यह भी पता था कि मोदी के भारत में एक लोकपाल भी काम कर रहा है? इस केस में नई जांच जोक पाल से कम नहीं है।